हर किसी की नज़र किसी ना किसी तरह से बटुऐ पर ही रहती है क्योंकि हर किसी को तो पैसे की ही हर किसी की नज़र किसी ना किसी तरह से बटुऐ पर ही रहती है क्योंकि हर किसी को तो पैसे...
उस परिवार की देखभाल करने वाला कोई नहीं है और इस ट्रस्ट के संस्थापक रोहन के उनके पिता है उस परिवार की देखभाल करने वाला कोई नहीं है और इस ट्रस्ट के संस्थापक रोहन के उनके ...
वह गेट के दरवाजे से इस तरह सर उठा कर निकला मानो स्वयं भगवान नरसिंह हरिणकश्यप को चीर कर वह गेट के दरवाजे से इस तरह सर उठा कर निकला मानो स्वयं भगवान नरसिंह हरिणकश्यप को ...
उत्तर से चौंकने की बारी मेरी थी कि सुशांत, आर्मी में है। उत्तर से चौंकने की बारी मेरी थी कि सुशांत, आर्मी में है।
मुझे खुशी थी कि मैं भी एक औरत हूं और दूसरी औरत के लिए मैंने कुछ किया है। मुझे खुशी थी कि मैं भी एक औरत हूं और दूसरी औरत के लिए मैंने कुछ किया है।
दो राहें एक तुम तक जाती हैं एक तुमसे लौट कर आती है। दो हसरतें , एक तुम्हारे पास दो राहें एक तुम तक जाती हैं एक तुमसे लौट कर आती है। दो हसरतें , ...